राजनीति / इंदौर में कांग्रेसियों के बीच झड़प से मुख्यमंत्री कमलनाथ नाराज, दोषियों पर बड़ी कार्रवाई हो सकती है

इंदौर में गणतंत्र दिवस पर मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में प्रवेश को लेकर कांग्रेस के दो नेताओं के बीच झगड़े के मामले ने तूल पकड़ लिया है। मंगलवार को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में होने वाली अनुशासन समिति की बैठक में इस मामले को लेकर सुनवाई होगी और अनुशासन तोड़ने वाले दोषी कार्यकर्ताओं पर कड़ी कार्रवाई हो सकती है।



इंदौर में 26 जनवरी को गांधी भवन स्थित कांग्रेस कार्यालय में मुख्यमंत्री को ध्वजारोहण करने पहुंचना था, तभी कार्यक्रम स्थल पर प्रवेश को लेकर कांग्रेस नेता देवेंद्र यादव और चंदू कुंजीर के बीच झड़प हो गई थी। इसके बाद जब मुख्यमंत्री कमलनाथ कार्यक्रम में पहुंचे तो उन्होंने नाराजगी जताई थी।


डबास के पत्र लिखे जाने के बाद कांग्रेस में नाराजगी 


इसके अलावा, कांग्रेस के पिछड़ा वर्ग संगठन में पदाधिकारी सेवानिवृत्त आईएफएस अफसर आजाद सिंह डबास द्वारा मुख्यमंत्री को लिखे पत्र को लेकर भी नाराजगी सामने आई है। संगठन के पदाधिकारियों का कहना है कि किसी भी कांग्रेस कार्यकर्ता को सरकार की नीति-रीति के विरोध में बयान देने का अधिकार किसने दिया। दरअसल, डबास ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में राजगढ़ कलेक्टर निधि निवेदिता द्वारा भाजपाइयों को थप्पड़ मारे जाने पर सवालिया निशान लगाया था। इसे पार्टी ने गंभीरता से लिया है। इस मसले पर कांग्रेस सरकार कलेक्टर निधि निवेदिता और डिप्टी कलेक्टर प्रिया वर्मा के पक्ष में खड़ी है।


समिति की बैठक में 16 मामलों पर होगी चर्चा
कांग्रेस अनुशासन समिति की बैठक में 16 अन्य मामलों पर भी चर्चा होगी। इनमें प्रमुख रूप से पिछले विधानसभा चुनाव में पंधाना से कांग्रेस से बगावत कर चुनाव लड़ी रूपाली बारे का मामला भी है। दरअसल, उनके चुनाव लड़ने से कांग्रेस के अधिकृत प्रत्याशी को हार का सामना करना पड़ा था। पीसीसी में होने वाली अनुशासन समिति की बैठक की अध्यक्षता कांग्रेस संगठन के महामंत्री चंद्रप्रभाष शेखर करेंगे।